नई दिल्ली : 15 फरवरी को हाल ही में दिल्ली चुनाव में हार का सामना करने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली की एक अदालत ने आज उनके और AAP के अन्य नेताओं के खिलाफ 2019 में द्वारका में पार्टी के होर्डिंग्स पर कथित तौर पर सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने के आरोप में एक नई एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है।
यह मामला कुछ सप्ताह पहले ही नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में केजरीवाल द्वारा भाजपा के प्रवेश वर्मा से अपनी सीट हारने के बाद आया है जिसके बाद राजधानी में AAP के एक दशक लंबे शासन का अंत हो गया। केजरीवाल, जो अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ महीनों तक जेल में रहे थे, वर्तमान में शराब लाइसेंस-लाइसेंस मामले में जमानत पर बाहर हैं।
हाल ही में CAG ऑडिट में दावा किया गया है कि AAP की 2021-22 की आबकारी नीति के परिणामस्वरूप ₹2,000 करोड़ से अधिक का घाटा हुआ है। AAP की परेशानियों को और बढ़ाते हुए भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार भ्रष्ट है और 250 मोहल्ला क्लीनिक बंद कर रही है।
इस बीच केजरीवाल भाजपा के दावे के अनुसार राजनीतिक संकट से बचने के लिए 10 दिवसीय विपश्यना एकांतवास के लिए पंजाब चले गए हैं।