फ्रांस : कौन सोच सकता है कि पानी इतना दिलचस्प हो सकता है। हम लंबे समय से समझते आए हैं कि यह तीन परिचित अवस्थाओं में होता है- ठोस (बर्फ), तरल और गैस। लेकिन वैज्ञानिकों ने अब जाकर एक चौथे मायावी रूप की पुष्टि की है जो नेपच्यून या यूरेनस जैसे बर्फीले ग्रहों या यहां तक कि बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा में भी मौजूद हो सकता है।
इसे प्लास्टिक आइस VII के नाम से जाना जाता है और दशकों से वैज्ञानिक यह मानते आ रहे हैं कि यह मौजूद है। अब पहली बार फ्रांस में इंस्टीट्यूट लॉ-लैंगविन (ILL) के एक अंतरराष्ट्रीय दल ने इसे प्रयोगशाला में बनाया है 6 गीगापास्कल (सामान्य हवा से 58,000 गुना) का बहुत बड़ा दबाव डालकर और पानी को 327 डिग्री सेल्सियस (620 डिग्री फारेनहाइट) तक गर्म करके शोधकर्ता इस नए प्रकार की बर्फ बनाने में सक्षम हुए जिसे आइस VI के नाम से जाना जाता है।
प्लास्टिक आइस VII, सामान्य बर्फ से अलग, ठोस और तरल के बीच एक तरह के संकर की तरह काम करता है। इसके हाइड्रोजन परमाणु एक अजीबोगरीब तरीके से चलते हैं जिसकी भविष्यवाणी 17 साल पहले की गई थी लेकिन अब तक कभी भी इसका प्रदर्शन नहीं किया गया था।
यह अभूतपूर्व खोज हमारे ब्रह्मांड में पानी के और भी अधिक चरम मामलों में एक बड़ी सफलता है – यह हमें एलियन ग्रहों के रहस्यों को उजागर करने में सहायता कर सकती है!