अहमदाबाद (गुजरात) : गुजरात में अपने ही पार्थ सदस्यों पर राहुल गांधी की टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद का नया दौर शुरू कर दिया है। अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि पार्टी को उन लोगों को “छांटना” चाहिए जिनका दिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ है।
भाजपा ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की– पार्टी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह बयान कांग्रेस की आंतरिक दुर्दशा को दर्शाता है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेदी ने कहा, “राहुल गांधी को दूसरों को दोष देने के बजाय आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। वह पहले संवैधानिक संस्थाओं, फिर मीडिया और अब अपनी ही पार्टी के सदस्यों को दोषी ठहराते हैं।”
गांधी के नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए त्रिवेदी ने एक बयान में कहा, “पार्टी कार्यकर्ताओं का इस तरह सार्वजनिक रूप से अपमान अभूतपूर्व है। मैं उनसे बस इतना पूछना चाहता हूं – अगर आप कहते हैं कि आपके अपने लोग भाजपा के साथ मिलकर काम करते हैं, तो क्या आप हमें बता सकते हैं कि जब आप विदेश जाते हैं तो आप गुप्त रूप से किससे मिलते हैं?”
कांग्रेस और भाजपा के बीच नियमित अंतराल पर टकराव के बीच गांधी की टिप्पणी ने फिर से अपनी ही पार्टी में विवादों को हवा दे दी है। जैसे-जैसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता बढ़ती जा रही है, कांग्रेस इस ताजा विवाद से कैसे निपटेगी, यह देखना बाकी है।