नई दिल्ली:- भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 6 पैसे टूटकर 87.18 पर पहुंच गया यह गिरावट विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण हुई ।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली की जिससे रुपया कमजोर हुआ। विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से अपने निवेश को निकालना शुरू कर दिया है जिससे रुपया कमजोर हुआ है।
अमेरिकी डॉलर की मजबूती
अमेरिकी डॉलर की मजबूती भी रुपया की कमजोरी का एक कारण है अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण विदेशी निवेशकों ने अपने निवेश को अमेरिकी डॉलर में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है जिससे रुपया कमजोर हुआ है।
रुपये की कमजोरी के कारण
रुपये की कमजोरी के कई कारण हैं:
–विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी निवेशकों की बिकवाली रुपये की कमजोरी का एक प्रमुख कारण है।
–अमेरिकी डॉलर की मजबूती: अमेरिकी डॉलर की मजबूती भी रुपये की कमजोरी का एक कारण है।
– भारतीय अर्थव्यवस्था की धीमी वृद्धि: भारतीय अर्थव्यवस्था की धीमी वृद्धि भी रुपये की कमजोरी का एक कारण है।
भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 6 पैसे टूटकर 87.18 पर पहुंच गया। यह गिरावट विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण हुई। रुपये की कमजोरी के कई कारण हैं जिनमें विदेशी निवेशकों की बिकवाली, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और भारतीय अर्थव्यवस्था की धीमी वृद्धि शामिल हैं।