मुंबई : शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली जब सेंसेक्स 1,414 अंक गिरकर 73,198 पर पहुंच गया जबकि निफ्टी 50 420 अंक गिरकर 22,124 पर बंद हुआ। बाजार में फिर से उथल-पुथल मच गई और निवेशक हैरान रह गए क्योंकि करीब ₹9.61 लाख करोड़ का बाजार मूल्य डूब गया!
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ वृद्धि के कारण मंदी की शुरुआत हुई जिससे मुद्रास्फीति और आर्थिक व्यवधान की आशंका बढ़ गई। वॉल स्ट्रीट की रातों-रात हुई गिरावट के कारण निफ्टी आईटी शेयरों में 4% से 2% की गिरावट आई खासकर एनवीडिया जैसे तकनीकी शेयरों में। पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, टेक महिंद्रा और एमफैसिस सबसे ज्यादा नुकसान में रहे।
अन्य क्षेत्र भी इससे बच नहीं पाए-निफ्टी ऑटो, बैंक, मेटल, फार्मा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सभी में 1-2% की गिरावट आई। विदेशी निवेशकों ने भी दबाव बनाया। अकेले फरवरी में भारतीय इक्विटी में ₹47,349 करोड़ से अधिक के शेयर बेचे।
इस बीच सोशल मीडिया ने इस अराजकता को कॉमेडी में बदल दिया जिसमें मीम्स की बाढ़ आ गई। बॉलीवुड की प्रतिक्रियाओं से लेकर ऐतिहासिक बाजार में गिरावट तक नेटिज़ेंस ने इस घबराहट पर मज़ाक उड़ाया।
भारत के जीडीपी डेटा के जल्द ही आने की उम्मीद है। दुनिया यह देखने के लिए अपनी सांस रोके हुए है कि क्या अर्थव्यवस्था खुद को खस्ताहाल से बाहर निकाल पाती है। लेकिन अप्रत्याशित ट्रम्प टैरिफ, एक मजबूत अमेरिकी डॉलर और लगातार एफआईआई की बिक्री के साथ आगे की राह आसान नहीं दिखती है।