नई दिल्ली:- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की ‘स्थिर’ विनिमय दर वर्गीकरण को 2024 तक बरकरार रखा है। यह निर्णय आईएमएफ की ओर से किए गए नवीनतम मूल्यांकन के बाद लिया गया है जिसमें भारत की आर्थिक स्थिरता और विनिमय दर नीति की समीक्षा की गई है।
आईएमएफ के अनुसार भारत की विनिमय दर नीति में स्थिरता और लचीलापन है जो देश की आर्थिक वृद्धि को समर्थन प्रदान करता है। आईएमएफ ने यह भी कहा है कि भारत की आर्थिक नीतियों में सुधार की आवश्यकता है, ताकि देश की आर्थिक वृद्धि को और अधिक मजबूती प्रदान की जा सके।भारत की आर्थिक वृद्धि के बारे में आईएमएफ का अनुमान
आईएमएफ ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में भारत की आर्थिक वृद्धि के बारे में अनुमान लगाया है। आईएमएफ के अनुसार भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2024-25 में 7% रह सकती है जो कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था हो।
आईएमएफ का यह निर्णय भारत की आर्थिक स्थिरता और विनिमय दर नीति की मजबूती को दर्शाता है। आईएमएफ के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2024-25 में 7% रह सकती है जो कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी।