मुंबई (महाराष्ट्र):- प्रसिद्ध पंजाबी गायक गुरु रंधावा ने पंजाबी भाषा को राज्य के स्कूलों में अनिवार्य बनाने के कदम का समर्थन किया उन्होंने कहा कि उनका पूरा अस्तित्व अपनी भाषा के कारण है और वह पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार हैं। गुरु रंधावा ने कहा “मेरी पूरी पहचान पंजाबी भाषा से जुड़ी हुई है और मैं इसे बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार हूं।” उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा को राज्य के स्कूलों में अनिवार्य बनाने से युवाओं को अपनी मातृभाषा के बारे में जानने और समझने का अवसर मिलेगा।
गुरु रंधावा का जन्म 30 अगस्त 1991 को पंजाब के गुरदासपुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपने संगीत करियर की शुरुआत 2012 में की थी और तब से उन्होंने कई हिट गाने दिए हैं। गुरु रंधावा को उनके गानों “लाहौर”, “इशारे तेरे”, “स्लोइली स्लोइली” और “तेरे ते” के लिए जाना जाता है।
गुरु रंधावा ने कहा कि पंजाबी भाषा को राज्य के स्कूलों में अनिवार्य बनाने से युवाओं को अपनी मातृभाषा के बारे में जानने और समझने का अवसर मिलेगा उन्होंने कहा कि यह कदम पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने और इसकी संस्कृति को संरक्षित करने में मदद करेगा।
गुरु रंधावा के समर्थन से पंजाबी भाषा को राज्य के स्कूलों में अनिवार्य बनाने के कदम को बढ़ावा मिलेगा यह कदम पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने और इसकी संस्कृति को संरक्षित करने में मदद करेगा।