नई दिल्ली:- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने हाल ही में परिसर में हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले 17 छात्र-छात्राओं के कथित निलंबन के खिलाफ विरोध जताया है। छात्र संगठन आइसा ने निलंबन के खिलाफ 17 फरवरी को कक्षाओं का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से निलंबन को वापस लेने की मांग की है और छात्रों से एकजुट होकर इस कदम का विरोध करने की अपील की है।
बताया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने 17 छात्रों को निलंबित कर दिया था जिन पर आरोप था कि वे 2019 में हुए सीएए विरोधी आंदोलन से जुड़े थे। इस पर प्रदर्शनकारियों के साथ दिल्ली पुलिस ने हस्तक्षेप किया और 14 छात्रों को हिरासत में लिया। इसके बाद छात्र संगठनों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने छात्रों पर दबाव डाला और उन्हें विरोध प्रदर्शन से हटने के लिए मजबूर किया।
इस बीच जामिया के कुछ नेताओं और सांसदों ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर निलंबन को रद्द करने की अपील की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटनाक्रम को गंभीर चिंता का विषय बताया है और असामाजिक तत्वों द्वारा छात्रों की जानकारी सार्वजनिक करने की घटना की कड़ी निंदा की है। विश्वविद्यालय ने आरोप लगाया कि कुछ लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं और विश्वविद्यालय की छवि खराब कर रहे हैं।
इस विवाद के बीच जामिया प्रशासन ने कहा है कि वह शैक्षणिक माहौल बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी छात्रों से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है।