नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद दिल्ली में नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। भाजपा नेतृत्व जल्द ही केंद्रीय नेताओं की बैठक बुलाएगा जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए पर्यवेक्षक की नियुक्ति होगी। यह पर्यवेक्षक दिल्ली के सभी 48 विधायकों से बातचीत कर संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा करेंगे।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली सरकार में एक मुख्यमंत्री और छह मंत्री होंगे लेकिन किसी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री के चयन में विशेष ध्यान दिया जाएगा कि नया नेता उपराज्यपाल के साथ तालमेल बिठाते हुए राजधानी के विकास को गति दे सके।
चर्चाओं में शामिल कई बड़े नामों को मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया गया है जिससे यह स्पष्ट है कि नए मुख्यमंत्री का चयन दिल्ली के विधायकों में से ही होगा। इसके अलावा, नए मंत्रिमंडल में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने पर जोर रहेगा जिसमें महिलाओं, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक समुदायों को भी उचित स्थान मिलेगा।
अब सबकी नजरें सोमवार पर टिकी हैं जब दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।