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रूस का हमला ! यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु रिएक्टर पर अटैक

आईएईए ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 13-14 फरवरी की रात को लगभग 1.50 बजे चेर्नोबिल साइट पर आईएईए की टीम ने न्यू सेफ कन्फाइनमेंट से एक विस्फोट सुना जो पूर्व चेर्नोबिल एनपीपी के रिएक्टर 4 के अवशेषों की सुरक्षा करता है। उन्हें बताया गया कि एक यूएवी ने एनएससी की छत पर हमला किया है।

यूक्रेन ने रूस पर चेर्नोबिल परमाणु प्लांट पर हमले का आरोप लगाया है। इस दावे के बाद एक बार फिर से पूरी दुनिया सहम गई है। क्योंकि चेर्नोबिल से एक ऐसा हादसे का इतिहास जुड़ा है जिसके बारे में सोचकर भी डर लगता है। ऐसे में जेलेंस्की के इन दावों के बीच पूरे विश्व को ये डर सताने लगा है कि कहीं फिर से वो इतिहास न दोहराया जाए जो आज से 39 साल पहले चेर्नोबिल परमाणु प्लांट में हुआ था।

परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने भी की पुष्टि

जेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि ड्रोन ने रिएक्टर 4 के प्रोटेक्टिव शेल्टर पर हमला किया। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने इस घटना की पुष्टि की  जिसमें रिएक्टर के रेडियोधर्मी अवशेषों को रखने वाले न्यू सेफ कन्फाइनमेंट के पास विस्फोट की सूचना दी गई।

रूस के 73 ड्रोन को गिरायाः यूक्रेनी सेना

Sarcophagus एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन का काम था और इसे बनाने में कई दशक लगे। इसे आखिरकार 2017 में पूरा किया गया और इसका वजन 35,000 टन है।

यूक्रेनी सेना ने कल गुरुवार रात को दावा करते हुए बताया कि रूस की ओर से यूक्रेन पर 133 ड्रोन दागे गए जिनमें से 73 को मार गिराया गया और 58 अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सके। ये संख्याएं मोटे तौर पर ड्रोन हमलों के हालिया औसत के अनुरूप हैं। देश के अधिकांश हिस्सों को कवर करते हुए 11 क्षेत्रों में ड्रोन को मार गिराया गया।

इतिहास की सबसे बड़ी परमाणु दुर्घटना

26 अप्रैल, 1986 को चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा स्टेशन में एक सुरक्षा परीक्षण किया गया था। इसे इतना सामान्य माना गया कि प्लांट के निदेशक ने वहां आने की भी जहमत नहीं उठाई। यह टेस्ट जल्द ही नियंत्रण से बाहर हो गया क्योंकि अप्रत्याशित बिजली बनने और भाप के निर्माण के कारण कई विस्फोट हुए जिससे परमाणु रिएक्टर फट गया। ये इतिहास की सबसे बड़ी परमाणु दुर्घटना मानी जाती है।

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