वाराणसी (उत्तर प्रदेश):- महाकुंभ के प्रभाव से काशी विश्वनाथ मंदिर में गुरुवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पहली बार पांच किलोमीटर लंबी कतारें लगीं और देर रात तक करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।
सड़कों पर 5-5 किलोमीटर तक डबल लाइनें बनी रहीं जिससे गोदौलिया और आसपास के इलाकों में भीड़ का जबरदस्त दबाव रहा। अधिक भीड़ के कारण कुछ श्रद्धालु बांस-बल्ली पर चढ़कर बाहर निकलते नजर आए।
हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजा मंदिर परिसर
महाकुंभ से लौटे हजारों संतों ने बाबा विश्वनाथ की झांकी के दर्शन किए और इस पावन स्थल को अत्यंत दिव्य और पवित्र बताया। चारों पहर की आरती के दौरान मंदिर परिसर श्रद्धालुओं के जयघोष से गूंजता रहा।
श्रद्धालुओं की लाइन 6-7 घंटे लंबी
भक्तों को मंदिर में प्रवेश के लिए 6-7 घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ा। गेट नंबर 4 से सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रद्धालु अंदर जा रहे थे। झांकी दर्शन के दौरान सेवादार भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे।
लंबी कतारें और धूप से परेशान हुए भक्त
मालवीय मार्केट से लेकर अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज तक चार जिग-जैग में लाइनें लगीं जबकि दूसरी ओर दशाश्वमेध घाट तक कतारें पहुंच गईं। तेज धूप में कई श्रद्धालु परेशान हो गए और कुछ वापस लौट गए।
बल्ली टूटने की अफवाह, पुलिस ने बताया निराधार
बंगाली टोला में बल्ली टूटने की खबर फैली जिससे भगदड़ की अफवाह उड़ी। पुलिस ने इसे गलत बताया और कहा कि भीड़ नियंत्रित करने के दौरान बल्ली टूटने से कुछ लोग गिर गए लेकिन स्थिति सामान्य रही।अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।