Dastak Hindustan

“मम्मी, पापा, मुझे माफ कर दो”: कक्षा 11 के छात्र ने जेईई में असफल होने के बाद आत्महत्या की

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश : 18 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा अदिति मिश्रा ने बुधवार (12 फरवरी) को आत्महत्या कर ली, और अपने माता-पिता के लिए एक “सॉरी” नोट छोड़ दिया। इस घटना से एक दिन पहले, जेईई के परिणाम घोषित किए गए थे और अदिति असफल रही थी। परिणाम से दुखी, अदिति ने आत्महत्या कर ली। अदिति के कमरे में मिले एक आत्महत्या नोट में लिखा था, “सॉरी मम्मी पापा, मुझे माफ कर दो… मैं ऐसा नहीं कर पाई…” अदिति उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कैंट पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बेतियाहाटा में स्थित मोमेंटम कोचिंग सेंटर की छात्रा थीं। वह दो साल से जेईई की तैयारी कर रही थी। वह सत्यदीप गर्ल्स हॉस्टल में एक अन्य लड़की के साथ कमरा साझा करती थी।

जेईई परीक्षा में असफल होने के बाद, उसने बुधवार की सुबह अपने माता-पिता से बात की। इस दौरान, उसने अपने पिता से अपने मोबाइल को रिचार्ज करने के लिए भी कहा। रिपोर्ट्स के अनुसार, किशोरी उदास थी। उसी समय, अदिति की रूममेट बाहर गई थी। जब अदिति की रूममेट वापस आई और दरवाजे पर दस्तक दी, तो उसे कोई जवाब नहीं मिला। लड़की ने अंदर झांका और अदिति को एक स्टोल से बने फंदे से लटकते हुए देखा। रूममेट ने हॉस्टल वार्डन को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया।

पुलिस ने जांच के दौरान एक आत्महत्या नोट बरामद किया, जिसमें लिखा था: “मम्मी पापा, मुझे माफ कर दो… मैं ऐसा नहीं कर पाई… यह हमारे रिश्ते का अंत था… आप लोग रोएं नहीं… आपने मुझे बहुत प्यार दिया… मैं आपके सपनों को पूरा नहीं कर पाई… आप लोग चोटी का ख्याल रखें… वह आपके सपनों को जरूर पूरा करेगी… आपकी प्यारी बेटी – अदिति।”

अदिति के माता-पिता, जो मिश्रौलिया गांव के निवासी हैं, को सूचित कर दिया गया है। किशोरी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। अभिनव त्यागी, पुलिस अधीक्षक (सिटी) ने कहा कि मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चलेगा।

आईएएस बनना चाहती थी अदिति 

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पास रहने वाली अदिति की मौसी कल्पना और मौसा सूर्यनाथ मिश्रा घटना के कुछ ही देर बाद वहां पहुंच गए। मौसी ने कहा कि मंगलवार को जेईई मेन के रिजल्ट आने पर उनकी बात अदिति से हुई थी। उसने कहा था कि सफल नहीं हुई तो क्या हुआ, आगे आईएएस की तैयारी करेगी। वह शुरू से ही आईएएस बनना चाहती थी। अदिति के मौसा बोले-जब तबीयत खराब होती थी तब हमलोग उसे डॉक्टर को दिखाते थे। बोला भी था कि जब भी कोई परेशानी हो वह उनके घर चली आए।

मन मुताबिक नंबर नहीं आने से वह परेशान थी अदिति

उसकी प्रतिभा को देखकर ही उसके पिता ने उसको 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद ही आईआईटी की तैयारी करने के लिए गोरखपुर के एक निजी कोचिंग संस्थान में भेज दिया था। अदिति जेईई मेंस की गोरखपुर में रह कर काफी समय से तैयारी कर रही थी और जेईई मेंस की परीक्षा भी दी थी। लेकिन मन मुताबिक नंबर नहीं आने से वह परेशान थी। अदिति का कोई भाई नहीं है।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *