नई दिल्ली:- कोल इंडिया की पांच सहायक कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 के पहले नौ महीनों में अपने उत्पादन लक्ष्य से चूक गई हैं। इन कंपनियों में एसईसीएल भी शामिल है जो कोल इंडिया की सबसे बड़ी सहायक कंपनी है। कोल इंडिया ने वित्त वर्ष 2024-25 में 838 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है लेकिन इसकी पांच सहायक कंपनियों ने अप्रैल-दिसंबर में अपने उत्पादन लक्ष्य से चूक गई हैं एसईसीएल ने भी अपने उत्पादन लक्ष्य से चूक गई है जो कोल इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है।
कोल इंडिया की सहायक कंपनियों के उत्पादन में गिरावट के कारणों का विश्लेषण करना मुश्किल है लेकिन यह स्पष्ट है कि कंपनी को अपने उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे कोल इंडिया की उत्पादन दर में गिरावट का असर देश की ऊर्जा सुरक्षा पर पड़ सकता है क्योंकि कोयला भारत की ऊर्जा जरूरतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए कोल इंडिया को अपने उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे।
इस बीच कोयला मंत्रालय ने दिसंबर 2024 में कोयला उत्पादन और वितरण में उल्लेखनीय वृद्धि की घोषणा की है कोयला वितरण के मामले में दिसंबर 2024 के आंकड़े दिसंबर 2023 में 87.06 मीट्रिक टन की तुलना में बढ़कर 92.59 मीट्रिक टन हो गए जिससे 6.36% की वृद्धि दर हासिल हुई। इस प्रकार कोल इंडिया की पांच सहायक कंपनियों के उत्पादन में गिरावट के बावजूद कोयला मंत्रालय ने दिसंबर 2024 में कोयला उत्पादन और वितरण में उल्लेखनीय वृद्धि की घोषणा की है।