मुंबई(महाराष्ट्र):- ओपनएआई जो एक प्रमुख आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस कंपनी है पर एक नया कॉपीराइट मामला दर्ज किया गया है। यह मामला भारत में वैश्विक प्रकाशकों द्वारा दर्ज किया गया है जो ओपनएआई के आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल के द्वारा उनके कॉपीराइट किए गए सामग्री के उपयोग को लेकर आपत्ति जता रहे हैं। इस मामले में वैश्विक प्रकाशकों ने ओपनएआई पर आरोप लगाया है कि उनके आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल ने उनके कॉपीराइट किए गए सामग्री का उपयोग किया है जिसमें पुस्तकें, लेख और अन्य सामग्री शामिल हैं। प्रकाशकों का कहना है कि ओपनएआई ने उनकी अनुमति के बिना उनके सामग्री का उपयोग किया है जो कॉपीराइट कानून का उल्लंघन है।
ओपनएआई ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन कंपनी ने पहले भी कहा है कि वह अपने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल को विकसित करने के लिए विभिन्न स्रोतों से डेटा एकत्र करती है जिसमें पुस्तकें, लेख और अन्य सामग्री शामिल हैं। इस मामले के परिणामस्वरूप ओपनएआई को अपने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल के विकास और उपयोग के बारे में अपनी नीतियों और प्रक्रियाओं की समीक्षा करनी पड़ सकती है। इसके अलावा यह मामला आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और कॉपीराइट कानून के बीच के संबंधों पर एक नए दृष्टिकोण को प्रदान कर सकता है।
कॉपीराइट कानून के विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और कॉपीराइट कानून के बीच के संबंधों पर एक नए दृष्टिकोण को प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल के विकास और उपयोग के लिए कॉपीराइट कानून के नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस मामले के परिणामस्वरूप ओपनएआई और अन्य आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस कंपनियों को अपने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल के विकास और उपयोग के बारे में अपनी नीतियों और प्रक्रियाओं की समीक्षा करनी पड़ सकती है। इसके अलावा मामला आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और कॉपीराइट कानून के बीच के संबंधों पर एक नए दृष्टिकोण को प्रदान कर सकता है।