नई दिल्ली:- गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें हर साल एक अंतर्राष्ट्रीय चीफ गेस्ट को आमंत्रित किया जाता है। हालांकि यह सवाल अक्सर मन में आता है कि गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि का चयन कैसे होता है और कौन इस चयन प्रक्रिया में भूमिका निभाता है।
मुख्य अतिथि का चयन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा किया जाता है। यह निर्णय भारत की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के तहत लिया जाता है। अक्सर उन देशों के नेताओं को आमंत्रित किया जाता है जिनसे भारत के अच्छे राजनयिक और व्यापारिक संबंध होते हैं। इसके अलावा चीफ गेस्ट का चयन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने व्यापारिक समझौतों को मजबूत करने और सामरिक सहयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भी किया जाता है।
पिछले कुछ वर्षों में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में कई प्रमुख विश्व नेताओं को आमंत्रित किया गया है जिनमें अमेरिका, फ्रांस, जापान, और ब्रिटेन जैसे देशों के प्रमुख शामिल हैं। मुख्य अतिथि का चयन राजनीतिक, आर्थिक और सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है और यह भारत के वैश्विक मंच पर स्थिति को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान करता है।
मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित होने वाले नेता को आमतौर पर भारत की परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को समझने का अवसर मिलता है साथ ही वह भारतीय सेना की परेड में शामिल होते हैं जो गणतंत्र दिवस का प्रमुख आकर्षण होती है। इस प्रकार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनने वाले चीफ गेस्ट का चयन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है जो दोनों देशों के संबंधों को और भी प्रगाढ़ करता है।