गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश):- विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा ने घटती जनसंख्या को बढ़ाने और ब्राह्मण समाज में जागरूकता लाने के लिए एक अनोखी पहल की है। महासभा ने घोषणा की है कि तीन बच्चों वाले ब्राह्मण परिवारों को चांदी और चार बच्चों वाले परिवारों को सोने से सम्मानित किया जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य ब्राह्मण समुदाय की घटती संख्या पर रोक लगाना और सनातन धर्म की रक्षा सुनिश्चित करना है।
महासभा के पीठाधीश्वर बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि ब्राह्मण समाज की घटती संख्या चिंता का विषय है। उन्होंने कहा सनातन धर्म की रक्षा के लिए ब्राह्मण समाज का मजबूत होना आवश्यक है। इसी उद्देश्य से इस पहल की शुरुआत की गई है। बैठक में महासभा के कई पदाधिकारी शामिल हुए जिनमें संस्थापक उपाध्यक्ष पं. आरसी शर्मा, विनीत कुमार शर्मा, और जिलाध्यक्ष अंकित शर्मा भी मौजूद रहे।
बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं के लिए महासभा ने पोषण सामग्री वितरित करने की योजना बनाई है। इस सामग्री में गेहूं का आटा, गोंद, मखाने, सूखा नारियल बुरादा, काजू, बादाम, सोंठ, अजवाइन, देसी घी, गुड़ और खरबूजे की गिरी शामिल हैं। ये सभी सामग्री महिलाओं को स्वस्थ रखने और बच्चों के उचित पोषण के लिए दी जाएंगी।
महासभा ने घोषणा की है कि जिन परिवारों में तीन या चार बच्चे होंगे उन्हें विशेष समारोह में रजत और स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह समारोह गाजियाबाद में आयोजित होगा जहां ब्राह्मण समाज के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
बैठक में मौजूद महासभा के सदस्यों ने बताया कि ब्राह्मण समाज की संख्या कम हो रही है जो सनातन धर्म के लिए खतरा है। इसलिए समाज के परिवारों को अधिक बच्चों को जन्म देने के लिए प्रेरित करने के लिए यह योजना शुरू की गई है।
महासभा ने यह भी कहा कि इस पहल से ब्राह्मण परिवारों में जागरूकता बढ़ेगी और समाज में एकजुटता आएगी। इस अनोखी योजना से ब्राह्मण समाज के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। महासभा ने यह संदेश दिया है कि संख्या में वृद्धि समाज के अस्तित्व और विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।