(नई दिल्ली) :विधानसभा चुनाव को लेकर एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने रुख साफ कर दिया है. शिंदे ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी को समर्थन देगी।
नाराजगी की खबरों के बीच शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है।इस संबंध में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखी है।
उन्होंने कहा, ”मैंने शिवसेना दिल्ली इकाई को बीजेपी राज्य इकाई के साथ मिलकर चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया है।
एकनाथ शिंदे ने कहा, ”मेरे नेतृत्व में शिवसेना हिंदूहृदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा का प्रतीक रही है।इस विरासत का अनुसरण करते हुए, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के एक सक्रिय और गौरवान्वित सदस्य हैं.”
बता दें कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार में शामिल अजित पवार की एनसीपी दिल्ली में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ रही है।
क्यों नाराज हुए एकनाथ शिंदे?
एकनाथ शिंदे को लेकर दावा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तरफ से पालक मंत्रियों के ऐलान के बाद से वो नाराज हैं। कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी को जिलों के मंत्री के ऐलान में शिवसेना को तव्वजों नहीं मिली सूत्रों ने बताया कि शिंदे सतारा जिले में अपने पैतृक गांव चले गए हैं।
देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार ने शनिवार को महाराष्ट्र के 36 जिलों के लिए प्रभारी मंत्रियों की घोषणा की थी. हालांकि, एक दिन बाद नासिक और रायगढ़ के लिए इन नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई।एनसीपी की अदिति तटकरे को रायगढ़ का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया। इसकी वजह से शिवसेना नेता भरत गोगावाले नाराज हो गए।बीजेपी नेता गिरीश महाजन को नासिक जिले की जिम्मेदारी दी गई।
एकनाथ शिंदे की नाराजगी की खबरों के बाद मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और गिरीश महाजन उनसे मिलने और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए दरेगांव के लिए रवाना हो गए।