पटना (बिहार):- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पटना में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की जिससे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा के संकेत मिले। इस मुलाकात का पहले से कोई प्लान नहीं था लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संवाद के बाद राहुल गांधी ने अचानक लालू यादव से मिलने का निर्णय लिया।
राहुल गांधी पटना स्थित राबड़ी आवास पहुंचे। वहां उन्होंने लालू यादव और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से आधे घंटे तक बातचीत की। बातचीत में मौजूदा राजनीतिक स्थिति और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। राहुल गांधी ने लालू प्रसाद यादव से यह भी कहा कि जल्द ही विस्तृत बातचीत के लिए फिर मिलेंगे।
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे। तेजस्वी यादव ने भी हाल में एक इंटरव्यू में स्पष्ट कर दिया था कि महागठबंधन के तहत राजद ही बड़ी भूमिका निभाएगा। राहुल गांधी और लालू यादव की इस मुलाकात ने सीट बंटवारे को लेकर चर्चा को बल दिया।
पटना में राहुल गांधी ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्राथमिक परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से भी मुलाकात की। गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे राहुल गांधी ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनके साथ है। प्रदर्शनकारी परीक्षा रद्द कराने की मांग कर रहे हैं और उन पर पहले दो बार लाठीचार्ज भी हो चुका है।
राबड़ी आवास पर राहुल गांधी ने चूड़ा खाया और लालू प्रसाद यादव की गौशाला का भी दौरा किया। लालू यादव ने मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करने से परहेज किया और केवल इतना कहा सब अच्छा है।
इस मुलाकात ने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस और राजद महागठबंधन के तहत विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे को लेकर हुए विवाद से बचने के लिए इस बार पहले से ही रणनीति तैयार की जा रही है।
बिहार की सियासत पर क्या असर पड़ेगा?
राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव की इस मुलाकात ने बिहार की राजनीति को गर्मा दिया है। महागठबंधन के तहत तेजस्वी यादव का सीएम चेहरा बनना तय हो गया है जबकि कांग्रेस के साथ मिलकर सीट बंटवारे की चर्चा जल्द ही अंतिम रूप लेगी।