मुंबई (महाराष्ट्र):- वर्तमान समय में कर्मचारी अब कॉर्पोरेट क्षेत्र में केवल विकास के लिए शहीद बनने को तैयार नहीं हैं। वे अब काम-जीवन संतुलन लचीलापन और उद्देश्य-आधारित नेतृत्व को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। यह विचार कॉर्पोरेट एडवाइजर और स्वतंत्र निदेशक @ssmumbai ने हाल ही में व्यक्त किए। उनका मानना है कि आधुनिक कार्यबल अब पहले से कहीं अधिक जागरूक हो चुका है और अब उसे सिर्फ वित्तीय लाभ से अधिक, अपने कार्य के प्रति उद्देश्य और व्यक्तिगत समय की महत्ता महसूस होने लगी है।
उन्होंने कहा कि पहले के समय में कर्मचारी लंबी घंटे काम करने और अतिरिक्त दबाव को सहजता से स्वीकार करते थे, क्योंकि कंपनी की वृद्धि के लिए उन्होंने इसे अपनी जिम्मेदारी माना था। लेकिन अब यह मानसिकता बदल चुकी है। आज के कर्मचारी अपनी नौकरी में उद्देश्य लचीलापन और मानसिक शांति की तलाश में हैं। यदि कोई कंपनी इन पहलुओं को महत्व नहीं देती तो उसे अपने कर्मचारियों का समर्पण बनाए रखने में मुश्किल होगी।
@ssmumbai ने यह भी उल्लेख किया कि कर्मचारियों के लिए एक स्वस्थ कार्य वातावरण, जो उनकी व्यक्तिगत ज़िंदगी के साथ सामंजस्य बनाए, न केवल उनके आत्म-सम्मान को बढ़ाता है, बल्कि इससे कंपनी की उत्पादकता और विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस बदलाव को अपनाने वाली कंपनियों के लिए यह एक अवसर है कि वे अपने कार्य संस्कृति को इस तरह से बदलें कि वे कर्मचारियों की प्राथमिकताओं के अनुरूप हों।
कुल मिलाकर यह एक नए कार्य संस्कृति की ओर इशारा कर रहा है जहां कर्मचारी केवल नौकरी नहीं बल्कि अपने जीवन और उद्देश्य के साथ तालमेल चाहते हैं।