बेलगावी (कर्नाटक):- कर्नाटक के बेलगावी में गुरुवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी के कांग्रेस के अध्यक्ष पद संभालने की 100वीं वर्षगांठ को स्मरण करना और पार्टी के भविष्य की रणनीति तैयार करना था। बैठक में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि देश में महात्मा गांधी की विरासत को सत्ता पर काबिज लोगों से खतरा है।
उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचार और सिद्धांत, जिन पर कांग्रेस पार्टी की नींव रखी गई थी आज खतरे में हैं। सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी कि यह समय गांधीजी की विरासत की रक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का है।
बैठक में 1924 के कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए एक विशेष पोस्टर प्रदर्शित किया गया। इस पोस्टर में भारत के मानचित्र की कथित गलत प्रस्तुति पर विवाद छिड़ गया। विरोधियों ने इसे मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया।
इस दौरान CWC के सदस्यों ने 2025 के लिए पार्टी का रोडमैप भी तैयार किया जिसमें आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की रणनीति शामिल है। साथ ही गांधीजी के विचारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
सोनिया गांधी ने स्पष्ट किया कि महात्मा गांधी की विरासत सिर्फ कांग्रेस की नहीं बल्कि पूरे देश की धरोहर है। इसे बचाने और आगे बढ़ाने के लिए हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। बैठक के दौरान राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने विचार रखे। बेलगावी में हुई इस बैठक ने कांग्रेस की दिशा और दशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पार्टी ने गांधीजी की विरासत को बचाने और देश में उनके आदर्शों की पुनर्स्थापना के लिए एक बड़ा संदेश दिया है।