प्रयागराज (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने हाल ही में आयोजित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2024 के उत्तर कुंजी पर आपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह परीक्षा 22 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी जिसमें सामान्य अध्ययन प्रथम (GS-I) और सामान्य अध्ययन द्वितीय (GS-II) के वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नपत्र शामिल थे।
आयोग ने इन दोनों प्रश्नपत्रों को स्कैन कर उनके उत्तरों के साथ अपनी आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर अपलोड कर दिया है। उत्तर कुंजी 30 दिसंबर 2024 तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। इन प्रश्नपत्रों के सही उत्तरों को आयताकार बॉक्स में हाईलाइट और अंडरलाइन किया गया है।
आपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया:
यदि किसी अभ्यर्थी को आयोग द्वारा जारी उत्तरों में किसी प्रकार की विसंगति प्रतीत होती है तो वे निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करके आपत्ति दर्ज कर सकते हैं।
1.अभ्यर्थी को उत्तर कुंजी से संबंधित
आपत्तियां आयोग द्वारा जारी प्रारूप पर देनी होंगी।
2.आपत्तियों में निम्नलिखित जानकारी
स्पष्ट रूप से दर्ज होनी चाहिए:
• अभ्यर्थी का नाम
• अनुक्रमांक
• परीक्षा का नाम
• प्रश्न संख्या (प्रश्न पुस्तिका के बार कोड के अनुसार)
• आयोग द्वारा जारी उत्तर
• अभ्यर्थी का संशोधित उत्तर (साक्ष्य सहित)
3.अभ्यर्थियों को प्रत्येक प्रश्नपत्र के लिए अलग-अलग प्रत्यावेदन देना होगा।
4.प्रत्यावेदन एक ही बंद लिफाफे में भेजा जाना चाहिए, जिसे निम्नलिखित पते पर डाक द्वारा या सीधे आयोग के काउंटर पर जमा किया जा सकता है:
परीक्षा नियंत्रक अतिगोपन-5 अनुभाग 700 लोक सेवा आयोग प्रयागराज-211018।
महत्वपूर्ण तिथियां और निर्देश:
• उत्तर कुंजी को देखने की अंतिम तिथि: 30 दिसंबर 2024।
• आपत्तियां दर्ज करने की अंतिम तिथि: 31 दिसंबर 2024 शाम 6 बजे तक।
• बिना साक्ष्य वाली अपठनीय या असंगत आपत्तियों पर विचार नहीं किया जाएगा।
• निर्धारित समय के बाद प्राप्त आपत्तियां स्वीकार नहीं की जाएंगी।
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे आपत्तियां दर्ज करते समय आयोग द्वारा जारी प्रश्न पुस्तिका बार कोड कम संख्या (2062153 और 3052009) और संबंधित प्रश्न संख्या का स्पष्ट रूप से उल्लेख करें।
आपत्तियों का प्रारूप:
1. अभ्यर्थी का नाम:
2. अनुक्रमांक:
3. परीक्षा का नाम:
4. विषय का नाम:
5. प्रश्न संख्या (बार कोड के अनुसार):
6. आयोग द्वारा जारी उत्तर:
7. अभ्यर्थी का उत्तर (साक्ष्य सहित):
8. अभ्यर्थी का हस्ताक्षर:
आयोग की ओर से अपील:
परीक्षा नियंत्रक हर्ष देव पाण्डेय ने बताया कि अभ्यर्थियों की सुविधा और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। आयोग यह भी सुनिश्चित करेगा कि सभी आपत्तियों पर निष्पक्षता से विचार किया जाए और यदि कोई उत्तर गलत पाया जाता है तो उसे सही कर परीक्षा परिणाम में उचित संशोधन किया जाएगा।
इस प्रक्रिया से अभ्यर्थियों को उनकी आपत्तियां दर्ज करने और उत्तर कुंजी की सत्यता पर सवाल उठाने का अधिकार मिलता है। यह न केवल परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता को सुनिश्चित करता है बल्कि आयोग के प्रति अभ्यर्थियों के विश्वास को भी मजबूत करता है।