मुंबई (महाराष्ट्र):- हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया है कि देश के एक प्रमुख शहर में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर चौंकाने वाली स्थिति उत्पन्न हो रही है। खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा किए गए परीक्षणों के मुताबिक इस शहर में हर दूसरा खाद्य पदार्थ का सैंपल खाद्य सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं कर रहा है और उपभोक्ताओं के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
खासतौर पर दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे कि पनीर, दही, घी और मक्खन को सबसे खतरनाक पाया गया है। इन उत्पादों में अत्यधिक मात्रा में फॉर्मलिन और अन्य हानिकारक रसायन पाए गए हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकते हैं। फॉर्मलिन जो आमतौर पर मछलियों को संरक्षित करने के लिए इस्तेमाल होता है को दूध और उसके उत्पादों में डाला जाता है ताकि उनका शेल्फ लाइफ बढ़ सके। इससे लंबी अवधि तक ये उत्पाद खराब नहीं होते, लेकिन यह इंसान के शरीर में गंभीर रोगों का कारण बन सकते हैं जैसे कि किडनी की समस्याएं और कैंसर।
इसके अलावा सेंव, नमकीन, और चिप्स जैसे प्रोसेस्ड फूड्स भी जांच में फेल पाए गए हैं। इनमें अत्यधिक मात्रा में ट्रांस फैट्स और मिथाइल पाराबेन जैसे हानिकारक रसायन पाए गए हैं। ये रसायन रक्तचाप बढ़ाने दिल की बीमारियों और मेटाबॉलिज़्म में गड़बड़ी का कारण बन सकते हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता जताई है और खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की बात की है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को सतर्क किया है कि वे विशेष ध्यान रखें और किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ को खरीदने से बचें।
यह स्थिति खासकर दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में अधिक देखी जा रही है जहां सैकड़ों छोटे और बड़े खाद्य उत्पादक कंपनियां अपने उत्पादों की गुणवत्ता में समझौता कर रही हैं।