नई दिल्ली:-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल जल्द ही बीजिंग में एसआर संवाद में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा कर सकते हैं। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 23 अक्टूबर को कज़ान में हुई बैठक में लिया गया था।
इस यात्रा के दौरान डोवाल भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ विशेष प्रतिनिधियों के संवाद में भाग लेंगे। यह संवाद भारत-चीन सीमा विवाद पर केंद्रित होगा।
इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही विशेष प्रतिनिधियों के संवाद की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह संवाद भारत-चीन सीमा विवाद पर केंद्रित होगा और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
डोवाल की इस यात्रा का महत्व इस तथ्य से भी समझा जा सकता है कि यह यात्रा पिछले पांच वर्षों में पहली बार हो रही है जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर वार्ता होगी। यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करेगी और सीमा विवाद को हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी।