नई दिल्ली:- भारतीय शास्त्रीय संगीत के दिग्गज और विश्वप्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। उनके निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा उस्ताद जाकिर हुसैन भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्रांति दूत थे। उनकी कला ने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में संगीत प्रेमियों के दिलों को छुआ। उनका निधन भारतीय संगीत के लिए एक बड़ी क्षति है। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा तबला वादन में महारथ हासिल करने वाले उस्ताद जाकिर हुसैन का जाना भारतीय संगीत प्रेमियों के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी रचनात्मकता और प्रतिभा ने हमेशा भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को महाराष्ट्र के एक संगीत परिवार में हुआ था। उनके पिता अल्लारक्खा भी तबला वादन के प्रसिद्ध कलाकार थे। जाकिर हुसैन ने अपने जीवनकाल में भारतीय संगीत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए जिनमें पद्मश्री और पद्मभूषण शामिल हैं। उनके निधन की खबर के बाद संगीत प्रेमियों और उनके शिष्यों के बीच शोक का माहौल है। जाकिर हुसैन के योगदान को आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।