लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक न्यायमूर्ति के पक्ष में बयान दिया जिन्होंने हाल ही में एक विवादित मामले में सच बोलने की कोशिश की थी। हालांकि उनका नाम लिए बिना मुख्यमंत्री ने कहा कि एक न्यायमूर्ति को सच बोलने की सजा दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका के सदस्य जब अपनी बात सच्चाई के साथ रखते हैं तो उन्हें कठघरे में खड़ा किया जाता है और धमकाया जाता है।
सीएम योगी ने कहा जो लोग सच्चाई के पक्ष में बोलते हैं, उनका विरोध किया जा रहा है। यही हाल उन न्यायमूर्ति का है जिन्होंने अपने फैसले में सच्चाई को सामने लाया। यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें न्यायमूर्ति शेखर यादव को कठमुल्ला कहकर अपमानित किया गया था जब उन्होंने एक मामले में न्यायिक प्रक्रिया को सही ढंग से चलाने की बात की थी।
इस बयान से योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट संकेत दिया कि सरकार न्यायपालिका के पक्ष में खड़ी है और सच्चाई के साथ खड़ा होने वालों का समर्थन करेगी। न्यायमूर्ति शेखर यादव के समर्थन में योगी के बयान ने उनके खिलाफ चल रही आलोचनाओं को दरकिनार करने का प्रयास किया है और यह भी दर्शाया कि योगी सरकार न्यायिक स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।