पटियाला (पंजाब):- शंभू बॉर्डर पर किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच आज एक बार फिर तनावपूर्ण स्थिति बन गई। दिल्ली कूच करने के लिए आगे बढ़ रहे पंजाब के किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सख्त रुख अपनाया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के 20 से अधिक गोले छोड़े और ठंडे पानी की बौछारें कीं। झड़प में 12 से अधिक किसान घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाने के लिए प्रशासन की एंबुलेंस कम पड़ गई।
शनिवार दोपहर 12 बजे के करीब पंजाब के 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुआ। ये किसान केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे। जैसे ही किसानों ने हरियाणा सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया।
पुलिस द्वारा पानी की तेज बौछार और आंसू गैस के गोले दागे जाने पर किसान उग्र हो गए। उन्होंने आगे बढ़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस की कार्रवाई में कई किसान घायल हो गए। किसानों ने दावा किया कि उनके साथ क्रूर व्यवहार किया गया है और उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने शक्ति का अनुचित प्रयोग किया।
घटना में घायल हुए किसानों को तुरंत चिकित्सा सुविधा की जरूरत थी लेकिन प्रशासन के पास एंबुलेंस कम पड़ गई। किसानों ने अपनी गाड़ियों में घायलों को पटियाला और अंबाला के अस्पतालों तक पहुंचाया।
अंबाला के डीसी ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच से पहले वे सरकार से बातचीत करें। हालांकि किसानों ने साफ कहा कि वे किसी भी स्थिति में अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
शंभू बॉर्डर पर फिलहाल तनाव बना हुआ है। किसान अपने अधिकारों के लिए डटे हुए हैं to जबकि हरियाणा पुलिस दिल्ली की ओर बढ़ने वाले प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मुस्तैद है। किसानों का कहना है कि वे अपने हक के लिए लड़ते रहेंगे और सरकार को उनके मुद्दों पर ध्यान देना होगा।