संभल (उत्तरप्रदेश):- उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित हरिहर मंदिर में पूजा को लेकर बागेश्वर बाबा ने अपनी सफाई दी है। हाल ही में बागेश्वर बाबा के बयान को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ था जिसमें उन्होंने मंदिर के संदर्भ में कुछ टिप्पणियां की थीं। बागेश्वर बाबा ने इस मामले पर अब खुलकर बात की और बताया कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कट्टरपंथियों ने उनके बयान को गलत तरीके से गोल्डन टेंपल से जोड़ने की कोशिश की।
घटना का विवरण:
बागेश्वर बाबा ने हाल ही में संभल जिले के हरिहर मंदिर का दौरा किया था और वहां पूजा अर्चना की थी। इस दौरान उनके बयान ने मीडिया में हलचल मचाई जब उन्होंने कहा था कि मैंने संभल के बारे में जो कहा वह केवल एक सांस्कृतिक और धार्मिक संदर्भ में था। उनके इस बयान को कुछ कट्टरपंथी तत्वों ने गलत तरीके से प्रस्तुत किया और इसे अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर (गोल्डन टेंपल) से जोड़ दिया जोकि पूरी तरह से निराधार था।
बागेश्वर बाबा की सफाई:
बागेश्वर बाबा ने अपने बयान की सफाई देते हुए कहा मेरे शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया है। मैंने सिर्फ यह कहा था कि धर्म और संस्कृति को एक दूसरे से जोड़कर समझा जाना चाहिए और कोई भी व्यक्ति अपनी आस्था और विश्वास के अनुसार पूजा कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धारा को बनाए रखना है और वे सभी धर्मों और समुदायों का सम्मान करते हैं।
कट्टरपंथियों पर आरोप:
बागेश्वर बाबा ने कट्टरपंथियों पर आरोप लगाते हुए कहा कुछ लोग मेरे शब्दों का गलत मतलब निकालकर उसे गोल्डन टेंपल से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। उनका मकसद सिर्फ सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ना है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान का राजनीतिक और सांप्रदायिक कोण से कोई लेना-देना नहीं है और यह केवल धार्मिक आस्थाओं का आदान-प्रदान था।
हरिहर मंदिर का महत्व:
हरिहर मंदिर जो उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित है एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहां की पूजा अर्चना के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माना जाता है।
बागेश्वर बाबा ने अपनी सफाई में यह भी कहा कि उनका उद्देश्य कभी भी किसी समुदाय या धर्म की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उन्होंने उम्मीद जताई कि मीडिया और लोग उनकी बातों को सही तरीके से समझेंगे। इस बयान के बाद अब यह देखना होगा कि इस विवाद पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और स्थिति कितनी जल्दी सामान्य होती है।