प्रयागराज (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज से अलग कर महाकुंभ नगर नाम से नया जिला घोषित किया है। यह जिला विशेष रूप से महाकुंभ के दौरान प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। नए जिले में 4 तहसील, 56 थाने, 133 पुलिस चौकियां और 25 सेक्टर शामिल किए गए हैं।
महाकुंभ नगर की बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के लिए दो आईएएस, एक आईपीएस, और तीन एडीएम को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। जिले के डीएम के रूप में विजय किरन आनंद और एसएसपी के रूप में राजेश द्विवेदी को कमान दी गई है।
महाकुंभ नगर में प्रयागराज के सदर तहसील, करछना, फूलपुर और सोरांव के 67 गांवों व मोहल्लों को शामिल किया गया है। कमेटी ने दोनों जिलों की सीमाएं, तहसीलों और थानों का क्षेत्रफल तय करने के लिए व्यापक सर्वेक्षण किया। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा इस क्षेत्र का सीमांकन किया गया।
महाकुंभ नगर में सभी विभागों के कार्यालय और अधिकारियों के आवास तेजी से बनाए जा रहे हैं। जिले के थानों में एफआईआर दर्ज करने और विवेचना की सुविधा होगी। नई व्यवस्था से महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा मिलेगी।
महाकुंभ जो कि हर 12 वर्षों में होता है, विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान के लिए आते हैं। इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए महाकुंभ नगर को विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। इस नई जिला संरचना से महाकुंभ के दौरान न केवल प्रशासनिक कार्य कुशल होंगे बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं में भी सुधार होगा।