1 दिसंबर से देश में कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव हुआ है जिससे आम आदमी के बजट पर असर पड़ेगा। कुछ वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई है वहीं कुछ की कीमतों में गिरावट भी देखने को मिली है।
महंगे होने वाले सामान
1 दिसंबर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी हुई है। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण तेल कंपनियों ने घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं। इसके अलावा एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में भी 50 रुपये तक का इजाफा हुआ है जिससे रसोई गैस के उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
सस्ता होने वाला सामान
वहीं सोने और चांदी की कीमतों में आज से गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट के बाद भारतीय बाजार में सोने के दाम में करीब 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है। चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद कुछ कच्चे माल की कीमतें भी घटने की संभावना है।
घर के बजट पर असर
इन बदलावों का असर घरेलू बजट पर साफ नजर आएगा। जहां पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें परिवहन और खाद्य वस्तुओं की कीमतों को प्रभावित करेंगी वहीं सोने और चांदी की गिरती कीमतों से निवेशकों को राहत मिल सकती है। गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से भी रसोई का खर्च बढ़ेगा जिससे आम आदमी के खर्चों पर असर पड़ेगा।
सरकार की ओर से किसी राहत पैकेज की घोषणा नहीं की गई है जिससे महंगाई का दबाव बढ़ सकता है।