भारत में महंगाई का असर अब आम लोगों की जेब पर साफ दिखाई दे रहा है क्योंकि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है। तेल कंपनियों द्वारा किए गए ताजे संशोधन के बाद रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें 50 रुपये तक बढ़ गई हैं। यह वृद्धि मुख्य रूप से बढ़ते वैश्विक गैस मूल्यों और घरेलू ऊर्जा आपूर्ति की लागत में इजाफे के कारण हुई है।
नई कीमतों का असर
अब दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये (पिछले 1,053 रुपये से) हो गई है। मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में भी गैस सिलेंडर की कीमतों में इसी तरह की वृद्धि देखी गई है। अब मुंबई में यह 1,052 रुपये, कोलकाता में 1,124 रुपये, और चेन्नई में 1,118 रुपये हो गई है।
आम आदमी पर बढ़ेगा बोझ
इस वृद्धि से रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए मासिक खर्च बढ़ जाएगा विशेष रूप से वे लोग जो गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। महंगाई के इस दौर में यह अतिरिक्त खर्च सामान्य परिवारों पर दबाव बना सकता है।
कृषि और उद्योगों पर भी असर
गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी का असर केवल घरेलू उपभोक्ताओं तक सीमित नहीं है बल्कि कृषि और उद्योग क्षेत्रों में भी गैस की लागत बढ़ने से उत्पादन लागत पर प्रभाव पड़ेगा, जिससे वस्त्र, खाद्य और अन्य उत्पादों की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
सरकार ने तेल कंपनियों को राहत देने की कोई ठोस योजना नहीं बनाई है जिससे आम आदमी की परेशानियां और बढ़ सकती हैं।