वाशिंगटन(अमेरिका):-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी जय भट्टाचार्य को नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) का नेतृत्व करने के लिए चुना है। यह घोषणा हाल ही में की गई है और इससे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत होने की उम्मीद है। जय भट्टाचार्य का जन्म 1968 में कोलकाता में हुआ था। उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमडी और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन और इकोनॉमिक्स हैं और उन्होंने स्वास्थ्य नीति और आर्थिक विकास पर कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
भट्टाचार्य को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके विचारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने लॉकडाउन और वैक्सीन जनादेश की आलोचना की है और इसके बजाय फोकस्ड प्रोटेक्शन की वकालत की है। उन्होंने ग्रेट बैरिंगटन घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं जो कोविड-19 के प्रति एक वैकल्पिक सार्वजनिक स्वास्थ्य दृष्टिकोण का प्रस्ताव करती है।भट्टाचार्य की नियुक्ति का स्वागत स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में किया गया है। उन्हें एक प्रतिभाशाली और अनुभवी विद्वान के रूप में जाना जाता है जो स्वास्थ्य नीति और आर्थिक विकास पर गहरी समझ रखते हैं।
हालांकि, भट्टाचार्य की नियुक्ति की आलोचना भी की गई है। कुछ विशेषज्ञों ने उनके कोविड-19 के प्रति दृष्टिकोण की आलोचना की है और कहा है कि उनकी नीतियां सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं।इस बीच भट्टाचार्य ने अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वह एनआईएच का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार लाने और अमेरिकी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है भट्टाचार्य की नियुक्ति एनआईएच के नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस पद पर कैसे काम करते हैं और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्या परिवर्तन लाते हैं।