पाकिस्तान:-पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सांप्रदायिक हिंसा में 68 से अधिक लोगों की मौत के बाद सरकारी मध्यस्थों ने संघर्ष विराम की मांग की है। यह हिंसा शिया और सुन्नी समुदायों के बीच शुरू हुई थी जो कि प्रांत के कुर्रम जिले में स्थित है। इस हिंसा में 68 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। पाकिस्तानी सरकार ने इस मामले में मध्यस्थता करने के लिए एक टीम भेजी है जो कि दोनों समुदायों के नेताओं के साथ बातचीत कर रही है ।
पाकिस्तानी सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार इस हिंसा को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने इस मामले में मध्यस्थता करने के लिए एक टीम भेजी है जो कि दोनों समुदायों के नेताओं के साथ बातचीत कर रही है इस बीच पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि वह इस हिंसा को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सेना के एक प्रवक्ता ने कहा है कि सेना ने इस मामले में मध्यस्थता करने के लिए एक टीम भेजी है जो कि दोनों समुदायों के नेताओं के साथ बातचीत कर रही है।
इस पूरे मामले में यह स्पष्ट है कि पाकिस्तानी सरकार और सेना इस हिंसा को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि इस हिंसा को रोकने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है l
संघर्ष के कारण
इस संघर्ष के कारणों के बारे में विभिन्न मतभेद हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह संघर्ष शिया और सुन्नी समुदायों के बीच धार्मिक मतभेदों के कारण हुआ है। जबकि अन्य लोगों का मानना है कि यह संघर्ष राजनीतिक और आर्थिक कारणों से हुआ है ।
संघर्ष के परिणाम
इस संघर्ष के परिणाम बहुत ही गंभीर हैं। इस संघर्ष में 68 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। इसके अलावा इस संघर्ष ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को भी बहुत ही गंभीर रूप से प्रभावित किया है ।
इस पूरे मामले में यह स्पष्ट है कि पाकिस्तानी सरकार और सेना इस हिंसा को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि इस हिंसा को रोकने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है। पाकिस्तानी सरकार और सेना को इस हिंसा