गोरखपुर (उत्तर प्रदेश):- गोरखपुर में एक प्रशिक्षु महिला दारोगा अंकिता पांडेय को एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। घूस की रकम लेने के आरोप में कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने महिला दारोगा के हाथों को पानी से धोने का आदेश दिया जिसके बाद हाथों का रंग गुलाबी हो गया जो घूस की रकम को छिपाने का संकेत था। इस सब के बावजूद अंकिता पांडेय खुद को निर्दोष बताकर कार्रवाई को गलत ठहरा रही थी और कह रही थी कि उसे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
पुलिस ने इस मामले में महिला दारोगा को निलंबित कर दिया और उसे कैंट थाना लाया गया जहां वह फफक कर रोने लगी। महिला दारोगा का कहना था कि उसने किसी महिला से घूस नहीं ली है लेकिन सबूत सामने आने पर उसे कार्रवाई का सामना करना पड़ा। शनिवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
वर्ष 2023 में UP पुलिस में भर्ती हुई थी अंकिता पांडेय
अंकिता पांडेय का संबंध बिहार के भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के नया सवलपुर गांव से है। उन्होंने वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा के पद पर भर्ती होने के बाद गोरखपुर जिले में तैनाती पाई थी। मार्च 2023 में उन्हें पिपराइच थाने में भेजा गया था जहां से उनकी गिरफ्तारी हुई। यह घटना गोरखपुर में पुलिस महकमे को शर्मिंदा करने वाली साबित हुई है और इसने पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा किया है।