संभल (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के पुनः सर्वे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सर्वे के दौरान हिंसा बवाल और आगजनी की घटनाएं हुईं जिसके बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला किया है।
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा आखिर मस्जिद का दोबारा सर्वे क्यों कराया जा रहा है? यह भाजपा और प्रशासन की सोची-समझी साजिश है। उन्होंने दावा किया कि यह घटनाएं उपचुनावों में धांधली और अल्पसंख्यकों को डराने की रणनीति का हिस्सा हैं।
अखिलेश का बयान:
अखिलेश यादव ने उपचुनाव के नतीजों पर भी सवाल उठाए और कहा कि निष्पक्ष जांच के बिना यह कहना मुश्किल है कि मतदाताओं ने अपनी स्वतंत्रता से वोट दिया है। उन्होंने कहा पुलिस और प्रशासन ने सपा के बूथ एजेंटों को बाहर कर दिया और हमारे समर्थकों को मतदान से रोका गया। यह लोकतंत्र की हत्या है।
घटना के बाद संभल में तनाव का माहौल है। पुलिस ने इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया है। प्रशासन का कहना है कि सर्वे का उद्देश्य संपत्ति के रिकॉर्ड को अद्यतन करना था लेकिन विरोधियों का आरोप है कि यह धार्मिक भावना को आहत करने की कोशिश है।
समाजवादी पार्टी ने राज्य सरकार पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था को संभालने में नाकाम रही है और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रही है। संभल की घटना ने राजनीतिक गलियारों में गर्मागर्म बहस छेड़ दी है। राज्य सरकार ने अब तक इस पर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है लेकिन विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहा है।