वॉशिंगटन(अमेरिका):-भारत ने संयुक्त राष्ट्र के सीओपी29 शिखर सम्मेलन में जलवायु वित्त समझौते का विरोध किया है। यह समझौता शिखर सम्मेलन में सर्वसम्मति से अपनाया गया था लेकिन भारत ने इसका विरोध करते हुए इसे ‘ऑप्टिकल इल्यूजन’ करार दिया है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य चंदनी रैना ने शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में एक मजबूत बयान में समझौते की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह समझौता जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विश्वासघात है।
क्या है सीओपी29 वित्त समझौता?
सीओपी29 वित्त समझौता जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विश्व के देशों के बीच एक समझौता है। इस समझौते में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए विश्व के देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रावधान है।
भारत के विरोध के पीछे क्या है कारण?
भारत के विरोध के पीछे क्या कारण है यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य चंदनी रैना ने कहा है कि यह समझौता जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विश्वासघात है l
भारत ने सीओपी29 वित्त समझौते का विरोध किया है जिसे जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विश्वासघात करार दिया गया है। यह समझौता विश्व के देशों के बीच जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रावधान करता है।