भारत:-भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के विस्तार का विरोध किया है जिसमें कहा गया है कि पड़ोसी देशों को सदस्यता मिलने की संभावना से हमें खतरा है। भारत के स्थायी प्रतिनिधि परवथानेनी हरिश ने कहा है कि यूएनएससी की वर्तमान संरचना 1945 की है जो आज की वास्तविकताओं को नहीं दर्शाती है।
उन्होंने आगे कहा कि यूएनएससी में सुधार की आवश्यकता है, लेकिन कई देश इसके विरोध में हैं । हरिश ने कहा कि यूएनएससी के विस्तार का विरोध करने वाले देशों में पाकिस्तान भी शामिल है जो भारत की सदस्यता के खिलाफ है।
यूएनएससी में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए हरिश ने कहा कि यह संस्था आज की वास्तविकताओं के अनुसार नहीं है। उन्होंने कहा कि यूएनएससी की वर्तमान संरचना में केवल पांच स्थायी सदस्य हैं जो विश्व की वर्तमान स्थिति को नहीं दर्शाते हैं ।
भारत की सदस्यता का विरोध करने वाले देशों में पाकिस्तान, चीन, इटली, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, दक्षिण कोरिया, और अर्जेंटीना शामिल हैं । इन देशों का मानना है कि यूएनएससी के विस्तार से उनके हितों को खतरा हो सकता है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार का विरोध किया है जिसमें कहा गया है कि पड़ोसी देशों को सदस्यता मिलने की संभावना से हमें खतरा है। यूएनएससी में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए भारत ने कहा है कि यह संस्था आज की वास्तविकताओं के अनुसार नहीं है।