नई दिल्ली:-राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में हुई हिंसा से जुड़े तीन मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। इन घटनाओं में कई लोगों की जान गई और सार्वजनिक व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा राज्य पुलिस से लिए गए मणिपुर के तीन हिंसक मामले इस प्रकार हैं:
पहला मामला 8 नवंबर, 2024 को जिरीबाम पुलिस स्टेशन में पूरी तरह से सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम क्षेत्र में एक महिला की हत्या के संबंध में दर्ज़ किया गया था
दूसरा मामला 11 नवंबर, 2024 को बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में दर्ज़ किया गया था, जो सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम के जकुराधोर करोंग और बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की चौकी (ए-कंपनी, 20वीं बटालियन) पर हमले से जुड़ा था।
तीसरा मामला 11 नवंबर, 2024 को बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में बोरोबेकरा क्षेत्र में घरों को जलाने और नागरिकों की हत्या के संबंध में दर्ज़ किया गया था।
गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी आदेश के बाद एनआईए ने मणिपुर पुलिस से ये मामले अपने हाथ में ले लिए हैं। एजेंसी ने इन मामलों की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
मणिपुर में हुई हिंसा के कारण कई लोगों की जान गई और सार्वजनिक व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हुआ। राज्य सरकार ने इन घटनाओं की जांच के लिए विशेष टीम गठित की थी लेकिन अब एनआईए ने इन मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है।
एनआईए की जांच टीम ने मणिपुर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। एजेंसी ने इन मामलों में शामिल आरोपियों की पहचान करने के लिए विशेष टीम गठित की है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार एनआईए की जांच में पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के पीछे के लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।इस मामले में और जानकारी के लिए आप समाचार वेबसाइटों या अन्य स्रोतों पर जा सकते हैं।