लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का “बंटेंगे तो कटेंगे” नारा अब बीजेपी के अंदर ही विवाद का कारण बन गया है। इस नारे का विरोध अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया है। मौर्य ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि वह नहीं जानते कि यह नारा किस संदर्भ में था और उनका अपना नारा है “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” जो इस विवाद से पूरी तरह अलग है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 अगस्त को आगरा में यह विवादास्पद बयान दिया था जिसे बाद में बीजेपी के सहयोगी दलों और नेताओं से आलोचना मिली। एनसीपी (अजित गुट) के प्रमुख अजित पवार और बीजेपी नेता पंकजा मुंडे के बाद अब केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस नारे से पल्ला झाड़ लिया है।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी अपने खुद के बनाए गए परसेप्शन में असफल हो रही है और इसके नेता अब एक दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र के लिए इस तरह के बयान ठीक नहीं हैं।
विपक्ष ने मौर्य के बयान को उठाकर बीजेपी पर तंज कसा यह आरोप लगाते हुए कि अब बीजेपी अपने ही मुख्यमंत्री के नारे से मुंह मोड़ रही है। मौर्य ने बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री योगी के बयान के संदर्भ पर उन्हें क्यों पूछा जा रहा है और उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या मीडिया उन्हें आपस में लड़वाना चाहती है।
इस पूरे विवाद में एक और दिलचस्प मोड़ यह आया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को गुजरात में “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” का नारा दिया था जो योगी के नारे से विपरीत था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी के अंदर इस मुद्दे पर खींचतान चल रही है।