जैसे ही सर्दियों का मौसम दस्तक देता है कई घरों में ड्राई फ्रूट्स के लड्डू बनने शुरू हो जाते हैं। इन लड्डुओं में मुख्य रूप से बादाम, अखरोट, काजू, किशमिश और अन्य ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जाता है। सर्दियों में ड्राई फ्रूट्स का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। ये न केवल ठंड से बचाते हैं बल्कि इम्यूनिटी को भी बढ़ाते हैं। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है कि बाजार में मिलने वाले बादाम और अन्य ड्राई फ्रूट्स शुद्ध हों क्योंकि मिलावटी बादाम सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
मिलावटी बादाम खाने से होने वाले नुकसान
मिलावटी बादाम में अक्सर हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जाता है जो सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। इससे पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पेट की समस्या, फूड प्वाइजनिंग, एलर्जी, और कभी-कभी त्वचा पर रैशेज भी हो सकते हैं। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये मिलावटी बादाम खतरनाक हो सकते हैं।
मिलावटी बादाम की पहचान करने के कुछ आसान तरीके
सामान्य आकार और रंग: असली बादाम का रंग हल्का भूरा और आकार थोड़ा सख्त होता है। मिलावटी बादाम का रंग गहरा हो सकता है और इसका आकार असामान्य होता है।
पानी में डुबोकर पहचान: बादाम को पानी में डालें और उसे कुछ देर तक छोड़ दें। यदि पानी का रंग बदलता है तो यह मिलावटी होने का संकेत है। असली बादाम से पानी का रंग नहीं बदलता है।
स्वाद से पहचानें: बादाम का स्वाद हल्का और मीठा होता है। अगर इसका स्वाद कड़वा है तो यह मिलावटी हो सकता है।
गंध: असली बादाम की प्राकृतिक गंध होती है जबकि मिलावटी बादाम में कृत्रिम गंध आ सकती है।
दानेदारता: असली बादाम में चिकनाई होती है जबकि मिलावटी बादाम में यह कम हो सकती है।