अमेरिका:-डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के खिलाफ ‘अस्तित्ववादी’ लड़ाई की घोषणा की है जिसमें उनके कैबिनेट के चयन ने इस लड़ाई को और तेज कर दिया है। ट्रम्प अक्सर सौदेबाजी की बात करते हैं और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपने संबंधों पर गर्व करते हैं चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ट्रम्प ने अपने कैबिनेट में ऐसे लोगों को चुना है जो चीन के प्रति सख्त रुख अपनाने के समर्थक हैं। यह कदम चीन के साथ आर्थिक और राजनीतिक लड़ाई को और तेज कर सकता है।
ट्रम्प ने चीन के साथ अपने व्यापार समझौते को रद्द करने की धमकी दी है जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक तनाव बढ़ सकता है। इसके अलावा ट्रम्प ने चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की भी बात कही है जिससे चीन की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है। ट्रम्प ने चीन के साथ अपने राजनीतिक संबंधों को लेकर भी सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल उठाए हैं और ताइवान के समर्थन में खड़े हुए हैं। यह कदम चीन के साथ राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है।
ट्रम्प ने अपने कैबिनेट में ऐसे लोगों को चुना है जो चीन के प्रति सख्त रुख अपनाने के समर्थक हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं:
– _रॉबर्ट ओ’ब्रायन_: विदेश मंत्री
– _रिचर्ड ग्रेनेल_: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
– _कश पटेल_: सीआईए निदेशक
इन नियुक्तियों से यह स्पष्ट होता है कि ट्रम्प चीन के साथ अपने संबंधों को लेकर सख्त रुख अपनाने के लिए तैयार हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प के कैबिनेट के चयन ने चीन के साथ उनकी लड़ाई को और तेज कर दिया है। आर्थिक और राजनीतिक तनाव के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि यह लड़ाई किस दिशा में जाती है। क्या ट्रम्प चीन के साथ अपने संबंधों को सुधार पाएंगे या यह लड़ाई और तेज होगी? यह तो समय ही बताएगा।