प्रयागराज (उत्तर प्रदेश):- महाकुंभ से पहले अखाड़ों के आपसी विवाद का एक नया मामला सामने आया है। गुरुवार दोपहर प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की अध्यक्षता में अखाड़ों के प्रमुख संतों की बैठक चल रही थी। बैठक का उद्देश्य मेला क्षेत्र में जमीन दिखाना था लेकिन इससे पहले निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास और अन्य संतों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान शब्दों की तीव्र लड़ाई के बाद दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। पहले एक-दूसरे को गाली-गलौज की गई और फिर विवाद इस हद तक बढ़ गया कि संतों के बीच शारीरिक संघर्ष हो गया। स्थिति को बिगड़ते हुए देखकर कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने तत्काल हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को शांत कराया।
इस घटनाक्रम के बाद मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें संतों के बीच हुई मारपीट को देखा जा सकता है। प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है और विवाद के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है।
प्रयागराज में महाकुंभ से पहले अखाड़ों के बीच इस तरह के विवादों का उभरना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक पहलुओं पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।