कर्नाटक (बंगलूरू):- कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को MUDA (मैंगलोर युजर्स डेवलपमेंट अथॉरिटी) जमीन घोटाले के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने समन भेजा है। उन्हें 6 नवंबर (बुधवार) को पेश होने के लिए कहा गया है। इस मामले में उन्हें आरोपों का सामना करना होगा जो कथित तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान हुए हैं।
सिद्धारमैया ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और सार्वजनिक रूप से किसी भी गलत काम से इनकार किया है। उनका कहना है कि यह सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और उनका मकसद उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करना है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अपनी ईमानदारी और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध हैं और उन्हें विश्वास है कि न्याय मिलेगा।
इस घोटाले में आरोप है कि MUDA द्वारा जमीनों के आवंटन में अनियमितताएँ की गई है जिसके चलते सार्वजनिक धन की हानि हुई है। जांच में पाया गया है कि कुछ लोगों ने सरकारी प्रक्रिया का दुरुपयोग कर निजी लाभ उठाने का प्रयास किया।
राजनीतिक हलकों में इस मामले की काफी चर्चा है और यह कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के लिए एक चुनौती बन सकता है। यदि सिद्धारमैया को इस मामले में दोषी पाया जाता है तो इससे उनकी सरकार की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
यह मामला कर्नाटक की राजनीति में गर्मागर्म बहस का विषय बना हुआ है और मुख्यमंत्री के खिलाफ बढ़ते हुए आरोपों ने उनके विरोधियों को और अधिक सक्रिय कर दिया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या विकास होता है।