अयोध्या (उत्तर प्रदेश):- अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद की पहली दिवाली पर विशेष रूप से भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि राम की पैड़ी पर जहां पहले लोगों को सड़ा हुआ पानी पीना पड़ता था आज वहां भव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है और वे लोग भी ‘राम-राम’ करने लगे हैं जिन्होंने पहले इन व्यवस्थाओं में बाधा डाली थी। सीएम योगी ने यह भी कहा कि मथुरा और काशी को भी अयोध्या जैसी भव्यता से सुसज्जित किया जाना चाहिए जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष लगातार अयोध्या के विकास कार्यों में रुकावटें डालने का प्रयास कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसे तत्व जो विकास और सनातन धर्म के कार्यों में बाधा बनते हैं उनका अंत माफियाओं जैसा होगा। उन्होंने इस संदर्भ में जोर दिया कि माफियाओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई जैसी ही नीति उन लोगों के खिलाफ अपनाई जाएगी जो सनातन धर्म के खिलाफ काम करते हैं। दीपोत्सव के अवसर पर उन्होंने कहा कि त्रेता युग से अयोध्या ही वह जगह है जहां दिवाली की शुरुआत हुई थी और यह परंपरा आज भी जारी है। उन्होंने 22 जनवरी को रामलला के धाम पर हुए विशेष आयोजन की चर्चा करते हुए कहा कि वह दिन अयोध्या के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए आनंद का क्षण था। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की और कहा कि मोदी जी ने ‘रामराज्य’ की संकल्पना के अनुरूप शासन करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज सभी को बिना किसी भेदभाव के मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना का सच्चा पालन हो रहा है।
योगी ने अंत में कहा कि आज देश एक अद्वितीय संगम देख रहा है जो ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा, हमारी सांस्कृतिक विरासत, और विकास के कार्यों का प्रतीक है। अयोध्या दीपोत्सव में इस भावना का अद्भुत प्रदर्शन हुआ, जो पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।