नई दिल्ली:-भारतीय अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसीई) के प्रमुख बिबेक देबरॉय का आज यानी 1 नवंबर को 69 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था और उनकी आर्थिक नीतियों और संस्कृत ग्रंथों के अनुवाद में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता था ।
बिबेक देबरॉय ने पश्चिम बंगाल के नारेंद्रपुर में रामकृष्ण मिशन स्कूल से अपनी शिक्षा शुरू की और फिर प्रेसीडेंसी कॉलेज दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज और पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स में पढ़ाया भी।
देबरॉय ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया खासकर आर्थिक सुधार और शासन में। उन्होंने भारतीय रेलवे पर भी महत्वपूर्ण काम किया और देश की आर्थिक नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
देबरॉय ने संस्कृत ग्रंथों के अनुवाद में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसमें महाभारत और भगवद गीता शामिल हैं। उनका काम भारतीय संस्कृति और ज्ञान को विश्वभर में प्रसारित करने में मददगार रहा।
बिबेक देबरॉय का निधन भारतीय अर्थशास्त्र और संस्कृति के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उनकी विरासत और योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी मृत्यु पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है ।