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अमेरिकी इंजन की आपूर्ति में देरी से तेजस मार्क-1ए विमानों की डिलीवरी में देरी

नई दिल्ली:-भारतीय वायुसेना के लिए तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में देरी हो रही है जिसका कारण अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में देरी है। यह देरी भारतीय वायुसेना के लिए चिंता का विषय है क्योंकि यह विमान भारतीय वायुसेना की शक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।

टेलस मार्क-1ए विमान में कई उन्नत विशेषताएं हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं

– उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड अरे (एईएसए) रडार:- यह रडार विमान को कई लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक करने में सक्षम बनाता है और इसकी डिटेक्शन रेंज 200 किलोमीटर से अधिक है।

– इज़राइली सॉफ्टवेयर:-विमान में इज़राइली सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है जो इसकी क्षमताओं में सुधार करता है।

– जीई एफ-404 इंजन:- विमान में जीई एफ-404 इंजन का उपयोग किया जा रहा है जो इसकी गति और शक्ति में सुधार करता है।

विमान की डिलीवरी में देरी के कई कारण हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

– इंजन की आपूर्ति में देरी: जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में देरी होने से विमान की डिलीवरी में देरी हो रही है।

– सॉफ्टवेयर में बदलाव: विमान के सॉफ्टवेयर में बदलाव करने से भी डिलीवरी में देरी हुई है।

– परीक्षण में देरी: विमान के परीक्षण में भी देरी हुई है जिससे डिलीवरी में देरी हो रही है।

भारतीय वायुसेना ने तेजस मार्क-1ए विमानों की डिलीवरी में देरी के बावजूद इसकी खरीद के लिए योजनाएं बनाई हुई हैं:

– 97 अतिरिक्त विमानों की खरीद: भारतीय वायुसेना ने 97 अतिरिक्त टेलस मार्क-1ए विमानों की खरीद के लिए योजना बनाई है।

– निजी क्षेत्र के साथ सहयोग: भारतीय वायुसेना ने निजी क्षेत्र के साथ सहयोग करने की योजना बनाई है ताकि विमानों की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सके।

तेजस मार्क-1ए विमान भारतीय वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण लड़ाकू विमान है लेकिन इसकी डिलीवरी में देरी हो रही है। यह देरी अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में देरी क

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