अमेरिका:- अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए महज एक सप्ताह शेष है और इसके मद्देनजर राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमाया हुआ है। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच मुकाबला कांटे का होता नजर आ रहा है। दोनों उम्मीदवार देशभर में ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स/इप्सोस द्वारा किए गए ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, राष्ट्रपति पद की रेस में कमला हैरिस 44% समर्थन के साथ मामूली बढ़त बनाए हुए हैं जबकि डोनाल्ड ट्रंप 43% समर्थन के साथ उनसे मात्र 1 प्रतिशत अंक पीछे हैं। इस आंकड़े ने दोनों दलों में हलचल मचा दी है क्योंकि यह मामूली अंतर चुनावी नतीजों को अप्रत्याशित बना सकता है।
रॉयटर्स/इप्सोस का यह सर्वेक्षण 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले आया है और इसमें जनता के रूझान का बारीकी से विश्लेषण किया गया है। सर्वे में यह भी सामने आया है कि ट्रंप के समर्थक आर्थिक मुद्दों को सबसे ज्यादा महत्व दे रहे हैं जबकि हैरिस के समर्थकों का जोर सामाजिक न्याय और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर है।
इसके अलावा दोनों उम्मीदवारों ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर भी अपने-अपने एजेंडे को जनता के सामने रखा है। हैरिस की बढ़त इस बात का संकेत है कि डेमोक्रेटिक एजेंडा कुछ हद तक जनता को आकर्षित कर रहा है लेकिन ट्रंप समर्थकों का भी उत्साह कम नहीं है। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार यह मामूली अंतर किसी भी समय बदल सकता है खासकर चुनाव के आखिरी चरण में जहां undecided voters या अनिर्णायक मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में दोनों उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इस वर्ग का ध्यान खींचें और उन्हें अपने पक्ष में वोट डालने के लिए प्रेरित करें।
इस बार का चुनाव ट्रंप और हैरिस दोनों के लिए बेहद अहम है। ट्रंप जहां अपनी नीतियों के जरिए जनता का विश्वास जीतने का प्रयास कर रहे हैं वहीं हैरिस की उम्मीदवार बनना एक ऐतिहासिक कदम है। अगर हैरिस जीत दर्ज करती हैं तो वे अमेरिका की पहली महिला और पहली अफ्रीकी-अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगी।