बेरुत (लेबनान): हिजबुल्लाह ने अपने नए नेता के रूप में नईम कासिम को नियुक्त किया है। यह निर्णय संगठन की शूरा काउंसिल की सहमति से लिया गया है। नईम कासिम जो पहले हिजबुल्लाह के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल के रूप में कार्यरत थे अब हिजबुल्लाह के नेतृत्व का भार संभालेंगे। हसन नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम को संगठन का नंबर टू नेता माना जाता था। नईम कासिम का संगठन से गहरा जुड़ाव है। उन्हें 1991 में हिजबुल्लाह का डिप्टी चीफ नियुक्त किया गया था और तब से वे संगठन के भीतर महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभा रहे हैं। हिजबुल्लाह का कहना है कि कासिम के प्रति संगठन के प्रति समर्पण और ललक के कारण उन्हें इस उच्च पद पर नियुक्त किया गया है।
कासिम न केवल नसरल्लाह के करीबी सहायक थे बल्कि उनकी रणनीतियों का पालन करने में भी संलग्न रहे हैं। उनकी नियुक्ति के साथ हिजबुल्लाह ने यह स्पष्ट किया है कि संगठन नसरल्लाह की नीतियों पर चलता रहेगा और तब तक लड़ाई जारी रखेगा जब तक इजरायल के खिलाफ विजय नहीं प्राप्त हो जाती।
नईम कासिम की राजनीतिक विचारधारा और संगठनात्मक अनुभव उन्हें एक प्रभावशाली नेता बनाते हैं। हालांकि यह भी चिंता का विषय है कि कासिम के नेतृत्व में हिजबुल्लाह की गतिविधियाँ और भी आक्रामक हो सकती हैं खासकर जब बात इजरायल और अन्य विरोधियों के खिलाफ योजनाओं की हो।
नईम कासिम की नियुक्ति हिजबुल्लाह के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनका इतिहास और नीतियों के प्रति प्रतिबद्धता संगठन को एक नई दिशा दे सकती है। हालांकि यह भी देखने की बात होगी कि कासिम किस तरह से नसरल्लाह के सिद्धांतों को लागू करते हैं और इसके परिणाम क्या होंगे।