भारत में साइबर अपराधियों ने एक नया स्कैम शुरू किया है जिसमें लोगों को फर्जी पुलिस अधिकारी बनाकर 10 लाख रुपये की जमानत के नाम पर ठगा जा रहा है। यह स्कैम डिजिटल गिरफ्तारी के नाम से जाना जाता है, जिसमें अपराधी लोगों को वीडियो कॉल के जरिए अपने जाल में फंसाते हैं।
डिजिटल गिरफ्तारी स्कैम क्या है?
इस स्कैम में अपराधी खुद को पुलिस अधिकारी बताते हैं और पीड़ित को बताते हैं कि उन्हें एक अपराध में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया जा रहा है। इसके बाद वे पीड़ित से कहते हैं कि वे निर्दोष हैं और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए उन्हें अपने बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करने होंगे।
नोएडा में हुई एक घटना
नोएडा में एक महिला को इस स्कैम के जरिए 11 लाख रुपये का चूना लगाया गया। महिला को बताया गया कि उन्हें मनी लॉन्डरिंग के मामले में गिरफ्तार किया जा रहा है और उन्हें 10 लाख रुपये की जमानत देनी होगी। महिला ने अपने बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर किए लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि वे ठगी का शिकार हुई हैं।
पुलिस की सलाह
नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर रीता यादव ने कहा “लोगों को यह जानना चाहिए कि पुलिस कभी भी किसी व्यक्ति को डिजिटल रूप से पूछताछ नहीं करती। अगर कोई आपको इस तरह की धमकी देता है, तो उनसे कहें कि वे आपको एक औपचारिक नोटिस भेजें और अपनी जानकारी दें।”