नई दिल्ली :- भारत में पिछले कुछ दिनों से फ्लाइट में बम होने की अफवाह तेजी से फैल रही है। इससे लोगों में डर का माहौल है लेकिन एयरलाइन कंपनियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। पिछले 7 दिनों में करीब 90 बम धमकियां मिल चुकी हैं। हालांकि बाद में जांच में ये सब झूठ साबित हुआ। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर फर्जी कॉल या धमकी से एयरलाइंस को कितना नुकसान हो रहा है? अगर नहीं तो आइए जानते हैं…
कितना नुकसान हो रहा है
फर्जी बम की धमकी: बम की धमकी वाली कॉल से एयरलाइन कंपनियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। इन कॉल्स से अब तक एयरलाइन कंपनियों को 1500 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। हाल ही में अमेरिका जाने वाली एक फ्लाइट को ऐसी ही एक धमकी की वजह से 3 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
भारत में इस साल अब तक 500 से ज्यादा उड़ानों को धमकियां मिल चुकी हैं। इसका असर दो हजार उड़ानों और उनमें सफर करने वाले साढ़े तीन लाख यात्रियों पर पड़ा है।
ऐसे समझें घाटे का गणित
दरअसल। जब भी किसी फ्लाइट में बम होने की अफवाह होती है तो पूरा फ्लाइट सिस्टम हिल जाता है। फ्लाइट की तुरंत नजदीकी हवाईअड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। इससे न केवल एटीएफ की खपत होती है बल्कि उड़ान की जांच यात्रियों को समायोजित करने और उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने में लगभग 3 करोड़ रुपये का खर्च आता है।
किसी भी उड़ान के लिए कोई भी खतरा एयरलाइन की 24 घंटे की हवाई अनुसूची प्रणाली में ‘श्रृंखला प्रतिक्रिया’ का कारण बनता है। जिससे एयरलाइन कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है।
1500 करोड़ का नुकसान
1500 करोड़ रुपये के नुकसान को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हर फ्लाइट में करीब 180 यात्री होते हैं। ऐसे में साल 2024 में 500 से ज्यादा उड़ानों पर खतरा मंडरा रहा है और 2 हजार उड़ानें प्रभावित हुई हैं। अब अगर सभी लोग फ्लाइट चेन की प्रतिक्रिया को समझें तो अब तक 3 करोड़ रुपये के हिसाब से 1500 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।