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घातक साबित हो रहा चक्रवात दाना, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की कवायद शुरू

कोलकाता (पश्चिम बंगाल):- ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारों ने संभावित चक्रवात ‘दाना’ के मद्देनजर संवेदनशील तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चक्रवात से होने वाले किसी भी नुकसान को रोकने के लिए भारतीय तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं।

“शून्य हताहत” नीति पर जोर देते हुए, राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए आपातकालीन केंद्रों की स्थापना की गई है, और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का काम तेजी से चल रहा है। सरकारी और सुरक्षा एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं ताकि चक्रवात से होने वाले संभावित नुकसान को कम किया जा सके।

इस बीच, ओडिशा और बंगाल के कई जिलों में शुक्रवार, 25 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। आसन्न चक्रवात के मद्देनजर, लगभग 150 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और खराब मौसम की वजह से कई ट्रेनों के मार्ग बदलने का जोखिम है। ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट पर आने वाले चक्रवात दाना के बारे में सभी प्रमुख अपडेट यहां दिए गए हैं।

 

चक्रवात दाना शीर्ष दस अपडेट :

 

-आसन्न चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में सभी स्कूल अगले तीन से चार दिनों तक बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल में, राज्य सरकार ने दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्बा मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, बांकुरा, हुगली, हावड़ा और कोलकाता सहित कई जिलों के स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में 26 अक्टूबर तक छुट्टी की घोषणा की है।

चक्रवात ‘दाना’ से जुड़े शीर्ष दस अपडेट इस प्रकार हैं:

1. स्कूल बंद: ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में संभावित चक्रवात के कारण अगले तीन से चार दिनों तक स्कूल बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल में 26 अक्टूबर तक स्कूल और शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।

2. प्रभावित जिले: पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्बा मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, बांकुरा, हुगली, हावड़ा और कोलकाता सहित जिलों में स्कूल बंद रहेंगे।

3. सुरक्षा बल की तैयारी: भारतीय तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने “शून्य हताहत” नीति सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है।

4. लोगों का सुरक्षित स्थानांतरण: संवेदनशील तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का काम ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज़ी से किया जा रहा है।

5. आवश्यक सेवाएं अलर्ट पर: स्वास्थ्य, बिजली और जल सेवाओं से जुड़ी एजेंसियों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि आपातकालीन स्थिति में त्वरित मदद पहुंचाई जा सके।

6. . मछुआरों को चेतावनी: मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है और पहले से समुद्र में मौजूद नावों को वापस लाने का निर्देश दिया गया है।

7. बिजली आपूर्ति: संभावित तूफान से होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए बिजली आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं की योजना बनाई गई है।

8. राहत शिविरों की स्थापना: दोनों राज्यों में तटीय क्षेत्रों के पास अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां प्रभावित लोगों को सुरक्षित रखा जाएगा।

9. रेलवे अलर्ट: रेलवे ने भी ट्रेनों के संचालन पर नजर रखते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं और तटीय इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों के समय और मार्गों में बदलाव किया जा सकता है।

10. चक्रवात पर सतर्कता: मौसम विभाग लगातार चक्रवात दाना की स्थिति पर नजर रखे हुए है, और संबंधित क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है।

ओडिशा सरकार ने अंगुल, पुरी, नयागढ़, खोरधा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, ढेंकनाल, गंजम और मयूरभंज सहित चौदह जिलों में 25 अक्टूबर तक स्कूल और कॉलेज की छुट्टियों की घोषणा की है।

आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव मंगलवार शाम को तीव्र होकर गहरे दबाव में बदल गया और इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है तथा 25 अक्टूबर की सुबह यह 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर सकता है।

-चक्रवाती तूफान दाना की तैयारी के लिए पश्चिम बंगाल के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि राज्य भर में 85 स्टेशनों पर टीमें तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि दक्षिण कोलकाता में 11 टीमें, उत्तर कोलकाता में आठ, दक्षिण 24 परगना में 12, उत्तर 24 परगना में 24, हावड़ा में छह, पश्चिम मेदिनीपुर में चार और पूर्व मेदिनीपुर में पांच टीमें तैनात की जाएंगी।

चक्रवात ‘दाना’ की गंभीरता को देखते हुए, ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट के पास से गुजरने वाली लगभग 200 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) ने 23 अक्टूबर से 197 ट्रेनें रद्द करने की घोषणा की है, जिससे संभावित नुकसान से बचा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

चक्रवात के मद्देनज़र, ECoR ने अपने मुख्यालय रेल सदन के साथ-साथ खुर्दा रोड, विशाखापत्तनम और संबलपुर में स्थित मंडल मुख्यालयों में चौबीसों घंटे काम करने वाले आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ को सक्रिय कर दिया है। इन टीमों का उद्देश्य चक्रवात से प्रभावित होने की स्थिति में ट्रेन सेवाओं और रेलवे के बुनियादी ढांचे की जल्द से जल्द बहाली सुनिश्चित करना है।

भारतीय तटरक्षक बल ने चक्रवात ‘दाना’ के कारण हाई अलर्ट जारी किया है और अपने जहाजों व विमानों को आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रखा है। चक्रवात के प्रभाव से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे व्यापक नुकसान का खतरा है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने संभावित चक्रवात दाना से प्रभावित जिलों में चक्रवात प्रबंधन की निगरानी के लिए मंत्रियों को तैनात किया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से अपील की है कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में रहकर तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने और जनता को हरसंभव मदद पहुंचाने पर विशेष जोर दिया है।

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